फडणवीस सरकार का पहला शीतकालीन सत्र हुआ संपन्न
बजट सत्र 3 मार्च को मुंबई में
19 विधेयक पेश किए गए–
17 विधेयक मंजूर हुए
मुख्यमंत्री देवेंद्र के नेतृत्व में काम शुरू-
टीम वही सिर्फ मैच नया- एकनाथ शिंदे
मुंबई। महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार का नागपुर में पहला शीतकालीन सत्र संपन्न हुआ। इस सत्र में कुल 19 विधेयक पेश किए गए, जिसमें से 17 विधेयक मंजूर हुए हैं। एक विधेयक संयुक्त समिति के पास भेजा गया है, जबकि एक विधानसभा में प्रलंबित है। 6 दिनों तक चले सत्र में बीड, परभणी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहेब अंबेडकर, किसानों और विभिन्न मुद्दों पर दिए गए बयान से हॉल में हंगामा हो गया।
46 घंटे 26 मिनट काम हुआ नागपुर शीतकालीन सत्र में कुल 6 बैठकें हुईं, 46 घंटे 26 मिनट काम हुआ और हॉल के 10 मिनट बर्बाद हुए. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि छह दिनों तक प्रतिदिन औसतन 7 घंटे 44 मिनट काम किया गया।
6 दिन के सत्र में राज्य के हित के मुद्दों पर काम सत्र की समाप्ति पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि 6 दिन के सत्र में राज्य के हित के मुद्दों पर काम हुआ है। वहीं उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार का काम शुरू हुआ है, टीम वही है सिर्फ मैच नया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में शिंदे ने कहा कि सभी योजनाएं पहले की महायुति सरकार की तरह शुरू रहेंगी।
विदर्भ के लिए कई योजनाएं शुरू विधानमंडल के इस शीतकालीन सत्र में विदर्भ के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। शिंदे ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के नेताओं ने विदर्भ के मुद्दे नहीं उठाए। विपक्ष इस पूरे सत्र में सिर्फ सीढ़ियों पर आंदोलन करते रहे। उन्होंने कहा कि भले ही विरोधियों की संख्या कम रही हो लेकिन फिर भी हमने उनकी शंकाओं का जवाब दिया। शिंदे ने कहा मुख्यमंत्री फडणवीस के नेतृत्व में हम टीम की तरह काम करेंगे। हमारी टीम वही है, सिर्फ मैच नया है।
अजित पवार की अनुपस्थिति फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजित पवार के मौजूद नहीं होने पर कहा कि अजित दादा बीड और परभणी के दौरे पर गए हैं, लिहाजा मीडिया उनकी गैर मौजूदगी को नाराजगी के तौर पर न बताए। फडणवीस ने कहा कि हमारा फोकस विदर्भ समेत महाराष्ट्र के सभी हिस्सों पर है।