स्कॉटलैंड में “विकसित भारत @2047” सम्मेलन को संबोधित करेंगे श्रीवास्तव

नई दिल्ली, 02 जून 2025
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजमोहन श्रीवास्तव को स्कॉटिश संसद, एडिनबर्ग में “विकसित भारत @2047″ सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित है। यह प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 25 से 27 जून 2025 तक स्कॉटिश संसद, एडिनबर्ग में आयोजित है ।
यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी के “विकसित भारत” के दृष्टिकोण को विश्व में पहुँचाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में सुशासन, पर्यावरण, पर्यटन, संस्कृति, आयुष, अर्थव्यवस्था, संचार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर भारत के दृष्टिकोण विश्वव्यापी बनाना है ।
सम्मेलन में भारत से ब्रजमोहन श्रीवास्तव सहित गजेंद्र सिंह शेखावत – माननीय केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, भारत सरकार, श्रीपद वाई. नाइक – माननीय राज्य मंत्री, भारत सरकार, राज्यवर्धन सिंह राठौर – माननीय कैबिनेट मंत्री, राज्य सरकार, राजस्थान,लॉर्ड रामी रेंजर – हाउस ऑफ लॉर्ड्स, यूके, एमपी बॉब ब्लैकमैन – हाउस ऑफ कॉमन्स, यूके, गॉर्डन मैकडोनाल्ड – स्कॉटिश संसद के सदस्य,मार्टिन डे – पूर्व एमपी, हाउस ऑफ कॉमन्स बैरी गार्डिनर – एमपी, हाउस ऑफ कॉमन्स,श्री सुधीर चौधरी – प्रधान संपादक, डीडी न्यूज, श्री मधुर भंडारकर – भारतीय फिल्म निर्देशक और निर्माता,श्री राजेंद्र वाघमारे – अध्यक्ष, महाराष्ट्र यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, मुंबई सहित और अन्य प्रतिष्ठित अतिथि को आमंत्रित किया है ।
इस सम्मेलन का उद्घाटन 25 जून 2035 को स्कॉटिश संसद, एडिनबर्ग में होगा तथा 26 जून 2025 को दूसरा सत्र एडिनबर्ग सिटी काउंसिल चैंबर्स में होगा । 27 जून 2025 को स्कॉटलैंड के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का दौरा होगा ।
बृजमोहन श्रीवास्तव ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर पार्टी को अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर आमंत्रित करने से यह स्पष्ट है कि नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अजीत पवार और कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रफुल पटेल को अन्तरराष्ट्रीय राजनैतिक मंच पर विश्व का राजनैतिक समुदाय जानना चाहता है । इस विश्व मंच के माध्यम से महाराष्ट्र को जो पहचान मिलेगी उससे प्रदेश की राजनीति में राकांपा के जनाधार का भी विस्तार होना पक्का है ।