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युद्ध विराम पाकिस्तान ने 22 जगहों पर मुंह की खाई, फिर घुटनों पर आया और सीजफायर पर माना

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम को संघर्ष विराम हो गया है। भारतीय सेना की ओर से दिए जा रहे मुंहतोड़ जवाब के चलते बैकफुट आए पाकिस्तान की पहल पर भारत संघर्ष विराम के लिए राजी हुआ है। दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष विराम की पुष्टि विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने की है। विदेश सचिव की यह संक्षिप्त घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यह कहने के तुरंत बाद आई है। ट्रंप ने ट्रुथ पर लिखा था कि भारत और पाकिस्तान अमेरिका की मध्यस्थता में वार्ता के बाद “पूर्ण और तत्काल” युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। दोनों देशों के बीच की संघर्ष विराम की पटकथा करीब आधे घंटे में लिखी गई। संघर्ष विराम की पुष्टि करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि भारत और पाकिस्तान के बीच आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।

संघर्ष विराम के लिए भारत अपनी शर्ताें पर तैयार हुआ
विदेश मंत्रालय ने कहा कि संघर्ष विराम के लिए भारत अपनी शर्ताें पर तैयार हुआ है। संघर्ष विराम के बीच सिंधु जल संधि का निलंबन जारी रहेगा। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से भारत से संपर्क करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सहमति बन गई है। इसमें कोई पूर्व-शर्त या बाद की शर्तें नहीं हैं। सिंधु जल संधि स्थगित है। अन्य सभी उपाय स्थगित हैं। आतंकवाद पर भारत की स्थिति वही है।

रक्षा मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद शनिवार शाम को रक्षा मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें आर्मी से कर्नल सोफिया कुरैशी, एयरफोर्स से विंग कमांडर व्योमिका सिंह और नेवी से कमोडोर रघु आर नायर मौजूद थे। रक्षा मंत्रालय की ब्रीफिंग कुल 9 मिनट चली। इसमें कर्नल सोफिया ने पाकिस्तान की तरफ से गलत सूचनाएं फैलाने की जानकारी दी। वहीं कमोडोर नायर ने कहा कि भारत की सेनाएं पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं। अगर फिर हमला हुआ, तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे।

पाकिस्तान के मंत्री का भी आया बयान
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने एक्स ने लिखा कि पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है!

भारत पर हुआ हर आतंकी हमला युद्ध माना जाएगा
संघर्ष विराम होने के तीन घंटे बाद रात आठ बजे पीएम मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे। उन्होंने पीएम मोदी को हालात की जानकारी दी। इससे पूर्व भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को और सख्त करते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार के शीर्ष सूत्रों के हवाले से खबर है कि भविष्य में किसी भी आतंकी कार्रवाई को भारत के खिलाफ युद्ध माना जाएगा और उसका जवाब उसी ताकत और तेजी से दिया जाएगा।

आगे क्या ?
आगे 12 मई को डीजीएमओ स्तर पर बातचीत होगी जिसमें आगे ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति को रोकने के उपायों पर चर्चा होगी। भारत पाकिस्तान से आतंकवाद का समर्थन बंद करने के लिए कहेगा।

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