रामायण सबके लिए उपयोगी

नासिक। सिद्ध पिंपरी स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा संक्षेप रामायण कार्यशाला का सीताराम प्रतिष्ठान पेजावर मठ, पंचवटी में समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अथिति के रूप मे डेक्कन विश्वविद्यालय के उपकुलगुरु प्रोफ़ेसर प्रसाद जोशी ने कहा कि संक्षेप रामायण का अध्ययन संस्कृत प्रवेश के लिए महत्त्वपूर्ण है। विशिष्ट ग्रंथो के अध्ययन के लिए आयोजित होने वाली ऐसी कार्यशालाएं छात्रों के लिए ही नहीं वल्कि समाज और राष्ट्र के लिए भी उपयोगी साबित होती है।

कार्यशाला के समापन अवसर पर अध्यक्षता करते हुए परिसर के निदेशक प्रोफेसर श्रीगोविन्द पांडेय ने कहा कि संक्षेप रामायण कार्यशाला में भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आए विद्यार्थियों ने जो भाग लिया है। उनके लिए उनके लक्ष्य में यह कार्यशाला नैतिक शिक्षा का साधन बनेगा।
इस कार्यशाला मेंभारत के विभिन्न क्षेत्रों से 30विद्यार्थियों ने भाग लिया। उक्त सभी विद्यार्थियों को संक्षेप रामायण, भागवत गीता तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्वागत भाषण कार्यशाला के सह संयोजक डॉ संदीप जोशी, धन्यवाद कार्यशाला के समन्यवक तथा नासिक परिसर के सह निदेशक प्रोफेसर रामचंद्र जोईसा जबकि मंच संचालन कार्यशाला के संयोजक डॉ पी विद्याधर प्रभल ने किया।

इस अवसर पर मार्गदर्शक के रुप में शिक्षा शास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ कुमार, योग विज्ञान के डॉ शैलेश पवार,कालीदास संस्कृत विश्वविद्यालय साहित्य विभाग के डॉ पराग जोशी , सीताराम प्रतिष्ठान पेजावर मठ पंचवटी के सभी सदस्य के रूप में उक्त सभी का विशेष सहयोग रहा। समापन अवसर पर शिक्षक कर्मचारी और छात्र उपस्थित थे।