नालासोपारा आयुर्वेद काॅलेज एवं अस्पताल आयोजित समावर्तन 2025टोकन ऑफ ग्रैटीट्यूड सम्पन्न


श्री नरसिंह के दुबे चॅरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित नालासोपारा आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल द्वारा बीते शनिवार को मीरा रोड स्थित लता मंगेशकर नाट्यगृह में बीएएमएस 2019 बैच में शामिल हुए विद्यार्थियों के सम्मान में “समावर्तन 2025 – टोकन ऑफ ग्रैटीट्यूड” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान धन्वंतरि की पूजा, स्तवन और स्वागत नृत्य के साथ हुई। उसके बाद डॉ. सर्वेश शर्मा ने सभी विद्यार्थियों को चिकित्सा के प्रणेता “महर्षि चरक” की शपथ दिलाई। शपथ का मुख्य अर्थ है “मुझे राज्य नहीं चाहिए, मुझे स्वर्ग नहीं चाहिए, मुझे मोक्ष नहीं चाहिए, मैं केवल विभिन्न रोगों से ग्रस्त रोगियों के रोगों को ठीक करना चाहता हूं।” यह शपथ निस्वार्थ सेवा, करुणा और सहानुभूति, नैतिक व्यवहार, रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण के प्रमुख सिद्धांतों पर जोर देती है।

संस्था के विश्वस्त एवं स्त्रीरोग प्रसूती तंत्र विभाग प्रमुख डॉक्टर ऋजुता ओमप्रकाश दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि जिन विद्यार्थियों ने अभी-अभी अपनी इंटर्नशिप पूरी की है और बीएएमएस की डिग्री प्राप्त की है उन्हें उनके परिजनों से मिलवाने, उनकी उपलब्धियों से उन्हें सम्मानित करने तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

संस्था के अध्यक्ष जयप्रकाश दुबे, संस्था के सचिव तथा महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. ओमप्रकाश दुबे तथा मुख्य अतिथि कामेश्वर दुबे, डायरेक्टर, ईएसआईसी (श्रम मंत्रालय, भारत), पूर्व वायुसेना, एमबीए में गोल्ड मेडलिस्ट, एलएलबी में गोल्ड मेडलिस्ट, एमकॉम में रीजनल टॉपर, साइबर लॉ में गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र तथा चरक शपथ की प्रतियाँ देकर सम्मानित किया।

महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. ओमप्रकाश दुबे ने अपने संबोधन में चरक शपथ की महिमा का वर्णन किया तथा विद्यार्थियों को अपने अध्ययन के दौरान महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा प्रदान किए गए ज्ञान तथा विद्वत्ता का पूर्ण उपयोग कर अपने व्यक्तिगत जीवन के साथ ही उत्कृष्ट समाज सेवा करने के लिए बताकर उनके सफल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कामेश्वर दुबे ने विद्यार्थियों को बताया कि आयुर्वेद की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात सरकार में विभिन्न अवसर उपलब्ध हैं तथा उनके बारे में विस्तृत जानकारी देकर उनका मार्गदर्शन किया। उन्होंने यह भी कहा कि जो मिला है, उसे दुनिया को देना सीखें।
इस बैच के विद्यार्थियों की यादों को ताजा रखने के लिए “रिफ्लेक्शन 2025” नामक पत्रिका बनाई गई, जिसका विमोचन मुख्य अतिथि कामेश्वर दुबे इनके द्वारा किया गया ।
इस कार्यक्रम में कॉलेज की प्राचार्या डॉ. हेमलता शेंडे, सभी शिक्षकगण और विद्यार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन छात्रा मिताली चव्हाण और सुप्रिया शुक्ला ने किया। डॉ. सायली सावजी और डॉ. मिथिलेश यादव इन्होने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अंत मे सभी का आभार प्रदर्शन किया ।