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अवैध विदेशी स्वेच्छा से छोड़ दें देश’, पाकिस्तान ने चेतावनी दी

पाकिस्तान की तरफ अफगानिस्तान के नागरिकों और अवैध विदेशी नागरिकों को सख्त निर्देश दिया गया है कि वे स्वेच्छा से देश छोड़ दें। वहीं नवंबर 2023 से, पाकिस्तान ने निर्वासन अभियान के तहत लगभग 1.3 मिलियन अफगान शरणार्थियों को वापस भेजा है।

पाकिस्तान ने बुधवार को अफगान नागरिकों और सभी अवैध विदेशियों को स्वेच्छा से देश छोड़ने की चेतावनी दी और प्रत्यावर्तन प्रक्रिया में बाधा डालने वालों के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी की। पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के एक बयान में कहा गया, ‘अपने देश लौटने वालों के लिए सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जा रहा है,’ उन्होंने कहा कि उनके भोजन और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों, खास तौर पर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए व्यवस्था की गई है।

एसीसी धारकों को दिया गया था ये निर्देश

इस साल की शुरुआत में, गृह मंत्रालय ने सभी अवैध विदेशियों और अफगान नागरिक कार्ड (एसीसी) धारकों को 31 मार्च से पहले पाकिस्तान छोड़ने के लिए कहा था, चेतावनी दी थी कि अन्यथा उन्हें 1 अप्रैल से निर्वासित कर दिया जाएगा। एसीसी अफगान शरणार्थियों को अस्थायी कानूनी दर्जा देने के लिए 2017 में शुरू किया गया एक दस्तावेज है। इसके बाद अधिकारियों ने देश के सभी हिस्सों से हजारों अफगान नागरिकों को निर्वासित करना शुरू कर दिया।

अप्रैल से अब तक भेजे गए 11 लाख से ज्यादा अवैध विदेशी

गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार, 1 अप्रैल, 2025 को अवैध विदेशी प्रत्यावर्तन कार्यक्रम (आईएफआरपी) के लॉन्च होने के बाद से कुल 11,02,441 अवैध विदेशियों को वापस भेजा गया है। इस बयान में लोगों को अवैध विदेशियों को नौकरी पर रखने, उन्हें किराए पर आवास या होटल में ठहरने की सुविधा देने या उनके साथ व्यापार करने’ के खिलाफ चेतावनी भी दी गई है। मंत्रालय ने कहा, ‘ऐसे उल्लंघनकर्ताओं से कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा।’

पाकिस्तान ने लाखों अफगान शरणार्थियों की मेजबानी की है, जो 40 साल के संघर्ष के दौरान अपनी मातृभूमि में सीमा पार कर आए थे। नवंबर 2023 से, पाकिस्तान ने निर्वासन अभियान के तहत लगभग 1.3 मिलियन अफगान शरणार्थियों को वापस भेजा है। अधिकारियों ने पहले बताया था कि लगभग 3 मिलियन अफगान शरणार्थी पाकिस्तान में रह रहे थे। इनमें से 8,13,000 के पास एसीसी कार्ड हैं, जबकि 1.3 मिलियन के पास पंजीकरण प्रमाण (पीओआर) कार्ड हैं।

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