हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार केस

सत्यपाल मलिक पर शिकंजा
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खिलाफ सीबीआई की चार्जशीट
कीरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में 2200 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप
नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक सहित छह लोगों के खिलाफ कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से जुड़े 2,200 करोड़ रुपए के सिविल वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट में कथित भ्रष्टाचार मामले में चार्जशीट दाखिल की है। यह मामला भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर सामने आया है। CBI ने इस मामले में 22 फरवरी 2024 को सत्यपाल मलिक के निवास पर छापा मारा था और दिल्ली में 29 अन्य स्थानों पर भी रेड की थी। मलिक अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे।
सत्यपाल मलिक बोले- अस्पताल में भर्ती हूं
चार्जशीट दाखिल होने के बाद सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया पर कहा कि वे वर्तमान में अस्पताल में भर्ती हैं और किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें शुभचिंतकों के कॉल आ रहे हैं, लेकिन वे जवाब नहीं दे पा रहे हैं। मलिक ने पहले भी आरोप लगाया था कि राज्यपाल रहते उन्हें 300 करोड़ रुपए की रिश्वत ऑफर हुई थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। उन्होंने कहा था कि CBI ने उनका घर तो छापा, लेकिन जिनके खिलाफ उन्होंने भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, उनकी जांच नहीं हुई।
मलिक ने 2021 में लगाया था भ्रष्टाचार का आरोप
सत्यपाल मलिक ने अक्टूबर 2021 में कहा था कि उन्हें दो बड़ी फाइलें मिली थीं, जिनमें एक बड़े उद्योगपति और दूसरी महबूबा मुफ्ती और भाजपा गठबंधन सरकार के एक मंत्री से जुड़ी थीं। उन फाइलों में भारी भ्रष्टाचार था और उन्हें दोनों डील रद्द करनी पड़ीं। उन्होंने बताया कि रिश्वत के तौर पर दोनों पक्षों ने 150-150 करोड़ रुपए देने का ऑफर दिया था।
CBI ने दो अलग-अलग मामलों में दर्ज की FIR
CBI ने इस मामले में दो अलग-अलग FIR दर्ज की हैं। पहली FIR लगभग 60 करोड़ रुपए के एक भ्रष्टाचार मामले से जुड़ी है, जो 2017-18 की जम्मू-कश्मीर कर्मचारी स्वास्थ्य देखभाल बीमा योजना से संबंधित है। दूसरी FIR 2019 में कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के 2,200 करोड़ के सिविल वर्क कॉन्ट्रैक्ट में भ्रष्टाचार से संबंधित है।