उत्तर भारत में एक मौसम में पांच से छह दिन तक हीटवेव के दिन होते हैं दर्ज
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में गर्मी का पारा बढ़ने लगा है। अधिकतर राज्यों में तापमान 30 से अधिक डिग्री तक पहुंच चुका है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तर-पश्चिम भारत में इस गर्मी में रिकॉर्ड हीटवेव दिनों का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग ने कहा कि इस बार देश में हीटवेव के दिनों की संख्या लगभग दोगुनी हो सकती है। यानी सामान्य से अधिक गर्मी के लिए तैयार रहने की चेतावनी जारी की है। आईएमडी की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने बताया कि आमतौर पर इस क्षेत्र में एक मौसम में पांच से छह दिन तक हीटवेव के दिन दर्ज किए जाते हैं, लेकिन इस साल 10 से 12 दिन तक हीटवेव रहने की संभावना है, जो कि सामान्य से दोगुना है। उन्होंने कहा कि पश्चिम और मध्य भारत में सामान्य से थोड़ी अधिक हीटवेव की स्थिति की संभावना है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, मध्य मार्च से ही दिन में तेज धूप निकलने लगी है, जिसके कारण तापमान काफी तेजी से बढ़ा है।
2024 में सबसे ज्यादा दिन तक हीटवेव
वैज्ञानिक रॉय ने बताया कि यह एक मौसमी पूर्वानुमान है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मौसम के सभी दिन सामान्य से अधिक होंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान मौसमी पैमाने पर सामान्य से अधिक गर्मी रहने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल देश ने 554 हीटवेव का अनुभव किया था, वहीं 2023 में यह संख्या 230 थी। इस दौरान आईएमडी अधिकारी ने यह नहीं बताया कि क्या यह वर्ष 2024 से अधिक गर्म होगा। पिछले साल भारत का अब तक का सबसे गर्म साल था।
न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा
मौसम विभाग के अनुसार, मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस या सामान्य से पांच डिग्री अधिक होने पर हीटवेव की स्थिति बनती है। गत 28 फरवरी को जारी मार्च से मई के पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने चेतावनी दी थी कि देश के कई हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। अब नए पूर्वानुमान में कहा कि प्रायद्वीपीय भारत के सुदूर दक्षिणी क्षेत्रों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है। इसके अलावा, आने वाले दिनों में उत्तर भारत में तापमान का स्तर बढ़ने से अधिक गर्मी पड़ने की आशंका है।