सीबीएसआई बोर्ड में भी चमकी बेटियां


- सीबीएसई 10वीं में 93.66%, 12वीं में 88.39% छात्र पास
- 12वीं में 91.64% लड़कियां पास हुईं, 85.70% लड़के सफल रहे
- 10वीं में लड़कियों का पास प्रतिशत 95% और लड़कों का 92.63% रहा
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नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं। इस साल भी लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। 12वीं में जहां 91.64% लड़कियां पास हुईं, वहीं 85.70% लड़के सफल रहे। इसी तरह 10वीं में लड़कियों का पास प्रतिशत 95% और लड़कों का 92.63% रहा।
10वीं में 93.66% विद्यार्थी सफल
इस साल 10वीं में कुल 23,71,939 परीक्षार्थी शामिल हुए, जिनमें से 93.66% सफल हुए। यह पिछले साल के 93.60% से थोड़ा अधिक है। त्रिवेंद्रम जोन एक बार फिर अव्वल रहा, जहां 99.79% छात्र सफल हुए, जबकि गुवाहाटी जोन में सबसे कम 84.14% छात्र पास हो सके।
12वीं में 88.39% विद्यार्थी सफल कक्षा 12वीं में कुल 16,92,794 छात्रों ने परीक्षा दी, जिनमें 88.39% छात्र सफल रहे। यह पिछले वर्ष (87.98%) की तुलना में 0.41% अधिक है।
कम हुआ टॉप स्कोरर का आंकड़ा
इस बार 90 और 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले छात्रों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह मूल्यांकन प्रणाली में संतुलन लाने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है ताकि अंकों की अत्यधिक होड़ कम की जा सके।
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अलग बॉक्स
10वीं और 12वीं में कौन जोन रहा बेहतर
10वीं के क्षेत्रवार परीक्षा परिणाम
सीबीएसई कक्षा 10वीं के क्षेत्रवार परीक्षा परिणामों में त्रिवेन्द्रम और विजयवाड़ा ने सर्वोच्च स्थान हासिल किया, जहां दोनों का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.79% रहा। इनके बाद बेंगलुरु 98.90%, चेन्नई 98.71%, पुणे 96.54%, अजमेर 95.44%, दिल्ली पश्चिम 95.24% और दिल्ली पूर्व 95.07% ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। अन्य क्षेत्रों में चंडीगढ़ 93.71%, पंचकूला 92.77%, भोपाल 92.71%, भुवनेश्वर 92.64%, पटना 91.90%, देहरादून 91.60% और प्रयागराज 91.01% रहे। नोएडा का परिणाम 89.41% जबकि गुवाहाटी का सबसे कम 84.14% दर्ज किया गया।
12वीं के क्षेत्रवार परीक्षा परिणाम
सीबीएसई कक्षा 12वीं के क्षेत्रवार परीक्षा परिणाम में विजयवाड़ा 99.60% और त्रिवेन्द्रम 99.32% के साथ शीर्ष पर रहे, जबकि चेन्नई ने 97.39%, बेंगलुरु ने 95.95% और दिल्ली पश्चिम ने 95.37% का अच्छा प्रदर्शन किया। दिल्ली पूर्व (95.06%), चंडीगढ़ (91.61%), पंचकूला (91.17%), पुणे (90.93%) और अजमेर (90.40%) भी 90% से ऊपर रहे। इसके बाद भुवनेश्वर (83.64%), गुवाहाटी (83.62%), देहरादून (83.45%), पटना (82.86%), भोपाल (82.46%) और नोएडा (81.29%) का परिणाम 80% से अधिक रहा। प्रयागराज 79.53% के साथ अंतिम स्थान पर रहा।
पिछले एक दशक में बेटियों का प्रदर्शन बेहतर
वर्ष 2013-14 से 2024-25 तक के परीक्षा परिणामों में देखा गया कि अधिकांश वर्षों में छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत छात्रों से अधिक रहा है। 2013-14 में छात्राएं 87.97% और छात्र 77.78% पास हुए थे, वहीं 2019-20 तक यह अंतर लगभग समान बना रहा। 2020-21 में कोविड-19 के चलते विशेष मूल्यांकन प्रणाली लागू की गई, जिसके चलते छात्राएं 99.13% और छात्र 99.67% पास हुए। इसके बाद 2021-22 में छात्राओं का पास प्रतिशत 94.54% और छात्रों का 91.25% रहा। हाल के वर्षों में 2023-24 में छात्राएं 91.52% और छात्र 85.12% तथा 2024-25 में छात्राएं 91.64% और छात्र 85.70% उत्तीर्ण हुए।