कांग्रेस आलाकमान ने वर्षा गायकवाड़ को लगाई फटकार


- मुंबई कांग्रेस के कई नेताओं ने राहुल गांधी से मिलकर की थी वर्षा की शिकायत
मुंबई: मुंबई कांग्रेस में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद वर्षा गायकवाड के खिलाफ केंद्रीय आलाकमान और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से शिकायत की है। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को मुंबई और महाराष्ट्र के बड़े कांग्रेसी नेताओं ने राहुल गांधी से मुलाकात की, जिसमें वर्षा गायकवाड को मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की गई।
केंद्रीय आलाकमान से की शिकायत
राहुल गांधी से मुलाकात में पार्टी के एक गुट ने आरोप लगाया कि जब से वर्षा गायकवाड मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष बनी हैं, उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मिलना बंद कर दिया है, जिससे पार्टी को मुंबई में नुकसान हो रहा है। इस शिकायत के बाद, आलाकमान ने वर्षा गायकवाड को फटकार लगाई और कहा कि अध्यक्ष होने के नाते उन्हें सभी को साथ लेकर चलना चाहिए। आलाकमान ने आदेश देते हुए कहा कि मुंबई कांग्रेस के नेतृत्व को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
पार्टी में संगठनात्मक संकट
कांग्रेस के केंद्रीय आलाकमान ने महाराष्ट्र और मुंबई के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को दिल्ली बुलाया था, जहां यह बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में पार्टी के कई नेताओं ने वर्षा गायकवाड के खिलाफ शिकायत की। एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पिछले वर्ष भी वर्षा गायकवाड की शिकायत आलाकमान से की गई थी, लेकिन विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें बख्श दिया गया था।
वर्षा गायकवाड का विरोध जारी
यह पहली बार नहीं है जब मुंबई कांग्रेस में वर्षा गायकवाड का विरोध हुआ हो। जब से उन्होंने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था, कई कांग्रेसी नेताओं ने उनका विरोध किया था, और इस कारण पार्टी को शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ा था। एक बार तो मुंबई कांग्रेस के दफ्तर की बिजली भी बिल का भुगतान न करने के कारण काट दी गई थी, जिससे वर्षा गायकवाड की किरकिरी हुई थी।
पिछले साल भी शिकायतें हुई थीं
लोकसभा चुनाव के बाद भी कई नेताओं ने वर्षा गायकवाड की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। उनमें से एक प्रमुख नेता राज्यसभा सांसद चंद्रकांत हंडोरे थे, जिन्होंने वर्षा के खिलाफ कांग्रेस आलाकमान को पत्र लिखा था। इस विरोध के परिणामस्वरूप, मुंबई में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली थी।