तो अगली पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा…वेणु नायर


मुंबई / प्रतिनिधि
वास्तव में किसी भी देश की प्रगति की रीढ़ वहां के मजदूर होते हैं। उनके जीवन पर ही उद्योग और उद्यमशीलता जीवित रहती है तथा विश्व का कामकाज चलता है। विकास को बढ़ावा दिया जाता है। लेकिन आज वही श्रमिक राष्ट्रीय संकट का सामना कर रहे हैं। हर दिन नए प्रयोग और श्रम कानून एवं नीतियां बदली जा रही हैं। इससे श्रम क्षेत्र में निराशा फैल गई है। श्रमिकों को जीवित रहना होगा। यदि श्रमिक बचेंगे तो देश बचेगा और आने वाली नई पीढ़ी के लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है। यह बात रेलवे कर्मचारियों के नेता कॉमरेड वेणु नायर ने कही।
विश्व श्रमिक दिवस के अवसर पर रेलकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने उपरोक्त विचार व्यक्त किये। नये श्रमिकों की नई पीढ़ी को श्रमिक क्रांति के इतिहास को समझने की जरूरत है।
तभी वे इस जानलेवा प्रतिस्पर्धा में जीवित रह सकेंगे और उनके परिवार भी इसका सामना कर सकेंगे, ऐसा कॉमेडियन ने कहा। नायर ने आगे कहा, “यह सरकार अविश्वसनीय है। यह कब निर्णय लेगी? और यह कब होगा?” उसका कोई नाम नहीं है. नायर ने कहा कि इसके लिए श्रमिकों को जागरूक होना होगा।
राष्ट्रीय रेलवे मजदूर संघ ने 1 मई को कल्याण रेलवे संस्थान के सभागार में महाराष्ट्र दिवस एवं विश्व मजदूर दिवस मनाया गया इस अवसर पर की सामाजिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
जिसमें काॅ. पी जी शिंदे,बाऴा गंगू, काॅ.आर के मलबारी, विनय सांवत, हर्षा शेळके, के आर गोयल,आदि पदाधिकारी और रेल कामगार उपस्थित थे ,कॉ.नीलकंठ वाघमारे,आणि हर्षला कैलास ढगळे कॉ.का आर.ने सभी का आभार व्यक्त किया।