भरत पाटील की ताजपोशी से जिले को मिलेगी ताकत

सतारा जिले को देवेंद्र फडणवीस महायुति सरकार में चार कैबिनेट मंत्री पद देने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अब जिले को एक और महत्वपूर्ण केंद्रीय पद देकर अपनी संगठनात्मक ताकत बढ़ाने और स्थानीय निकाय चुनावों में अधिक दबदबा बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
ऐसे करने के पीछे भाजपा ने यह भी साबित करने की कोशिश की है कि इस पार्टी में एक निष्ठावान कार्यकर्ता को मौका दिया जाता है।
स्थानीय निकायों में प्रभाव के लिए
केंद्रीय निगम में भरत पाटील को मौका

भारतीय जनता पार्टी के पुराने निष्ठावान कार्यकर्ता पूर्व जिला अध्यक्ष भरत पाटील को पिछले दिनों केंद्रीय स्तर के राष्ट्रीय खनिज विकास निगम का निदेशक नियुक्त किया गया है। यह भी कहा जा रहा है कि इस पद को राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है। इसलिए भरत पाटील के रूप में जिले को अपना पांचवां मंत्री मिल गया है। निदेशक पद का कार्यभार संभालने के बाद कल दिल्ली से कराड पहुंचने पर उनके समर्थकों ने पाटील का जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ वरिष्ठ नेता यशवंतराव चव्हाण की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

पाटील ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आम कार्यकर्ता को अवसर प्रदान करने का यह अवसर दिया है। वे कई वर्षों से पार्टी का काम ईमानदारी से कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने आभार व्यक्त किया कि पार्टी ने उन्हें अवसर दिया। निगम भूमिगत से निकाले जाने वाले सभी खनिजों जैसे लोहा, सोना, हीरा आदि को नियंत्रित करता है।

इन खनिजों के खनन, प्रसंस्करण और बाजार में बेचने की जिम्मेदारी निगम की है। जहां इन खनिजों का खनन किया जाता है, वहां होने वाली प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने के अलावा, निगम नई खदानों की अनुमति देने और खनन अनुसंधान को प्रोत्साहित करने जैसी जिम्मेदारियां भी यह बोर्ड निभाता है। यदि हम इस निगम के कामों की जानकारी पर गौर करें तो हम कल्पना कर सकते हैं कि जिले को कितना महत्वपूर्ण स्थान मिला है।
भरत पाटील को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपकर पार्टी ने जिले को मजबूत किया है। पाटण जैसे सुदूर और पहाड़ी तालुका से आने वाले भरत पाटिल को यह अवसर मिला। उसी तरह, पार्टी को पाटण सहित जिले में संगठनात्मक काम मजबूत होने की उम्मीद न हो तो यह आश्चर्य की बात है। पाटण में वर्तमान पालकमंत्री शंभुराज देसाई की ताकत छह साल में कई गुना बढ़ गई है। इसी तरह देसाई का परंपरागत विरोधी पाटणकर गुट भी अब भाजपा में शामिल होने के संकेत दे रहा है। इसलिए संभावना है कि पाटील पाटण में गठबंधन के भीतर संघर्ष के साथ-साथ अन्य दलों को साधने की कोशिश करेंगे।

आने वाले दिनों में पाटील को जिले के उन तालुकाओं में ताकत लगानी होगी जहां पार्टी संगठन को मजबूत करना है। आने वाले महीनों में स्थानीय निकाय चुनाव होने की प्रबल संभावना हैं। उस पृष्ठभूमि में जिले के लिए इस पद का महत्व ध्यान में रखना चाहिए। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पाटील इस पद से पार्टी को कितना लाभ पहुंचाते हैं। सातारा जिले में पार्टी को मजबूत करने की मंशा
भरत पाटील के चयन से यह स्पष्ट है कि पार्टी शीर्ष स्तर से कड़ी मेहनत कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा जिले में सबसे बड़ी पार्टी बने। साथ ही, पार्टी में कई नए कार्यकर्ता और नेता आ रहे हैं और स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान आएंगे।

इसे ध्यान में रखते हुए, हमेशा यह असंतोष रहता है कि पार्टी के पुराने और वफादार कार्यकर्ता एक तरफ हो गए हैं। पार्टी ने यह दिखाकर पुराने विवाद को सुलझाने की कोशिश की है कि पार्टी ऐसे कार्यकर्ताओं को भी अवसर देती है। बेशक, कुछ और वफादारों को मौका मिलना अब भी बाकी है।
भरत पाटील की नवनियुक्ति पर उत्तराखंड समाज के समाजसेवी मदनमोहन गोस्वामी, चर्चित व्यवसायी के एस पवार, जगदीश सामंत, वरिष्ठ पत्रकार राकेश निर्मोही , प्रवीन झा ने शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा पार्टी ने सही व्यक्ति का चयन किया है इससे भाजपा को जिले स्तर पर लाभ तो मिलेगा ही साथ ही साथ पाटील इस निगम को प्रगतिशील बनाने में भी योगदान देंगे।